अंग गौर शिर गंग बहाये । मुण्डमाल तन छार लगाये ॥ अर्थ: हे भगवन, देवताओं ने जब भी आपको पुकारा है, तुरंत आपने उनके दुखों का निवारण किया। तारक जैसे राक्षस के उत्पात से परेशान देवताओं ने जब आपकी शरण ली, आपकी गुहार लगाई। अर्थ- त्रयोदशी (चंद्रमास का तेरहवां दिन https://shiv-chalisa-lyrics49471.wannawiki.com/140992/the_single_best_strategy_to_use_for_shiv_chalisa_in_hindi_lyrics